ManojBharathiraja तमिल फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता मनोज भरथिराजा का आज सुबह (तारीख) को चेन्नई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह सिर्फ 48 साल के थे और हाल ही में फिल्म “ताजमहल” में अपने अभिनय के लिए चर्चा में थे। उनके निधन की खबर से पूरा साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री स्तब्ध है। मनोज, मशहूर निर्देशक भरथिराजा के बेटे थे, जिन्होंने तमिल सिनेमा को 80 और 90 के दशक में कई यादगार फिल्में दीं।
अचानक हुई मौत, अस्पताल पहुंचने से पहले ही खत्म हो गई जिंदगी
सूत्रों के मुताबिक, मनोज सुबह अपने चेन्नई स्थित घर में सामान्य महसूस कर रहे थे, लेकिन अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी। परिवार वालों ने बताया कि उन्हें सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, रास्ते में ही उनका दिल बंद हो गया। डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, मौत का कारण “एक्यूट मायोकार्डियल इंफार्क्शन” (हार्ट अटैक) बताया गया है। परिवार ने मीडिया से अपनी गोपनीयता बनाए रखने की अपील की है।
पिता भरथिराजा के साथ था खास रिश्ता, लेकिन बनाई अपनी पहचान
मनोज भरथिराजा का जन्म 1977 में चेन्नई में हुआ था। उनके पिता भरथिराजा तमिल सिनेमा के दिग्गज निर्देशक हैं, जिनकी फिल्में “मुथल मरियादाई”, “किझाकु पूवे” और “वेद पुनीतन” ने क्लासिक का दर्जा पाया। मनोज ने शुरुआत में अपने पिता के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया, लेकिन बाद में अभिनय की ओर रुख किया। उन्होंने 2003 में फिल्म “अलीबाबा” से एक्टिंग डेब्यू किया, जो बॉक्स ऑफिस पर हिट रही। हालांकि, उन्हें असली पहचान 2024 में रिलीज हुई फिल्म “ताजमहल” से मिली, जिसमें उनके संवेदनशील अभिनय की खूब सराहना हुई।
“ताजमहल” फिल्म ने दिलाई नई पहचान
मनोज ने “ताजमहल” में एक मध्यमवर्गीय पिता का किरदार निभाया था, जो अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष करता है। फिल्म की कहानी और मनोज के एक्टिंग ने दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके डायलॉग “जिंदगी सिर्फ मौका नहीं, मेहनत का नतीजा है” ने सोशल मीडिया पर ट्रेंड किया। इस रोल के लिए उन्हें “साउथ इंडियन फिल्मफेयर अवार्ड” में नॉमिनेशन भी मिला था। फिल्म के डायरेक्टर शशीकुमार ने मनोज के निधन पर कहा, “वह सिर्फ एक्टर नहीं, कहानी का दिल थे। उनकी कमी हमेशा खलेगी।”
फिल्म इंडस्ट्री ने जताया शोक, स्टार्स ने दी संवेदनाएं
मनोज के निधन की खबर मिलते ही तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के सितारों ने शोक जताया। सुपरस्टार रजनीकांत ने ट्वीट किया, “मनोज एक प्रतिभाशाली कलाकार और अद्भुत इंसान थे। उनका जाना दुखद है। ईश्वर परिवार को शक्ति दे।” कमल हासन ने कहा, “भरथिराजा सर के लिए यह बड़ा नुकसान है। मनोज ने कम उम्र में ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।” वहीं, तेलुगू एक्टर विजय देवरकोंडा ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “आपकी फिल्में हमेशा प्रेरणा देंगी। शांति से रहें।”
पर्सनल लाइफ: शांत जीवन जीने वाले मनोज
मनोज भरथिराजा ने अपने करियर में कभी ग्लैमर या चर्चा का पीछा नहीं किया। वह एक प्राइवेट इंसान थे और परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते थे। उनकी पत्नी श्वेता और दो बच्चों (12 साल का बेटा और 8 साल की बेटी) के साथ चेन्नई में रहते थे। करीबियों के मुताबिक, वह नियमित योग और मेडिटेशन करते थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वर्क प्रेशर के कारण उनकी सेहत पर असर पड़ रहा था। फिल्म “ताजमहल” के प्रमोशन के दौरान उन्होंने मीडिया को बताया था, “मैंने खुद को पूरी तरह किरदार के लिए समर्पित कर दिया था। शायद यही एक्टर की जिंदगी है।”
स्वास्थ्य संकट: एक्टर्स के बीच बढ़ती चिंता
मनोज का अचानक निधन फिल्म इंडस्ट्री में स्वास्थ्य को लेकर चर्चा छेड़ गया है। पिछले कुछ सालों में साउथ इंडियन एक्टर्स सिद्धार्थ, पुनीत राजकुमार और हाल ही में कलाभवन मणि का हार्ट अटैक से निधन हो चुका है। डॉक्टर्स का कहना है कि अनियमित दिनचर्या, तनाव और नींद की कमी बड़े कारण हैं। मनोज के केस में भी उनके करीबी बताते हैं कि वह “ताजमहल” की शूटिंग के दौरान लगातार 18-18 घंटे काम करते थे। हालांकि, उन्होंने कभी स्वास्थ्य संबंधी शिकायत नहीं की।
भरथिराजा परिवार का दुख: पिता ने खोया बेटा
मनोज के निधन से सबसे ज्यादा दुख उनके पिता और मशहूर डायरेक्टर भरथिराजा को पहुंचा है। 78 वर्षीय भरथिराजा ने एक बयान में कहा, “मनोज मेरी जिंदगी का सबसे कीमती तोहफा था। उसने हमेशा मुझे गर्व करने का मौका दिया। आज मेरा सब कुछ टूट गया है।” परिवार ने बताया कि अंतिम संस्कार चेन्नई के एक निजी स्थल पर किया जाएगा।
करियर का सफर: असिस्टेंट डायरेक्टर से लीड एक्टर तक
मनोज ने अपने करियर की शुरुआत 1998 में अपने पिता की फिल्म “सीमा रजा” से असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में की। 2003 में एक्टिंग में कदम रखने के बाद उन्होंने “कथल” (2004), “वेल्लितैर” (2007), और “कल्लूरी” (2016) जैसी फिल्मों में अलग-अलग भूमिकाएं निभाईं। हालांकि, उन्हें मुख्यधारा की सफलता 2020 के बाद मिली, जब उन्होंने वेब सीरीज और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर काम करना शुरू किया। उनकी आखिरी रिलीज “ताजमहल” अब तक उनकी सबसे बड़ी हिट साबित हुई।
विरासत: मनोज भरथिराजा को याद करते हुए
मनोज भरथिराजा ने अपने छोटे से करियर में 25 से ज्यादा फिल्मों और 5 वेब सीरीज में काम किया। उनकी प्रतिभा सिर्फ एक्टिंग तक सीमित नहीं थी—उन्होंने 2 शॉर्ट फिल्म्स भी डायरेक्ट कीं और एक म्यूजिक वीडियो में काम किया। उनके फैंस उन्हें “द साइलेंट परफॉर्मर” कहते थे, क्योंकि वह बिना शोर-शराबे के अपने काम से बात करते थे। सोशल मीडिया पर #RIPManojBharathiraja ट्रेंड कर रहा है, जहां फैंस उनके यादगार डायलॉग और सीन्स शेयर कर रहे हैं।
अंतिम शब्द:
मनोज भरथिराजा का असमय निधन तमिल सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है। वह न सिर्फ एक होनहार कलाकार थे, बल्कि एक संवेदनशील इंसान भी थे, जिन्होंने हमेशा अपने काम को प्राथमिकता दी। उनकी फिल्म “ताजमहल” अब उनकी विरासत का हिस्सा बन गई है। परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के लिए यह समय गहरे दुख का है, लेकिन मनोज का काम हमेशा उन्हें याद दिलाएगा कि कला अमर होती है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति।
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